UPSC क्या है ?

UPSC का पूरा नाम संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) है। यह भारत सरकार का एक स्वतंत्र संवैधानिक संस्था है, जो देश की विभिन्न सिविल (असैन्य) सेवाओं में भर्ती के लिए योग्यता आधारित परीक्षाएं आयोजित करती है। UPSC की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।

UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली कुछ प्रमुख परीक्षाएं निम्नलिखित हैं:

  • • सिविल सेवा परीक्षा (CSE): यह भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) सहित कुल 21 पदों पर सिविल सेवाओं में भर्ती के लिए आयोजित की जाती है।
  • • भारतीय वन सेवा परीक्षा (IFS): यह परीक्षा भारतीय वन सेवा में भर्ती के लिए आयोजित की जाती है।
  • • संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (CDS): यह परीक्षा भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
  • • केंद्रीय सचिवालय सेवा परीक्षा (CSS): यह परीक्षा केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में सहायक सचिव के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जाती है।
  • • भारतीय आर्थिक सेवा - भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा: यह परीक्षा भारतीय आर्थिक सेवा तथा भारतीय सांख्यिकी सेवा में पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है।
  • • संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा: यह परीक्षा भारतीय चिकित्सा सेवा में पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है।
  • • इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा: यह परीक्षा भारतीय इंजीनियरिंग सेवा में पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है।

नोट: उपर्युक्त के अलावा UPSC द्वारा कई अन्य परीक्षाएं भी आयोजित की जाती हैं, जिनका विस्तृत विवरण आयोग के आधिकारिक वेबसाईट पर उपलब्ध है।

परीक्षा में शामिल होने के लिए सामान्य योग्यता निर्धारण श्रेणियां:

श्रेणी सामान्य वर्ग OBC SC/ST
आयु न्यूनतम : 21 वर्ष ।
अधिकतम : 32 वर्ष ।
सामान्य वर्ग की निर्धारित आयु सीमा से अतिरिक्त 3 वर्ष। सामान्य वर्ग की निर्धारित आयु सीमा से अतिरिक्त 5 वर्ष।
राष्ट्रीयता IAS, IPS एवं IFS के लिए भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है। शेष अन्य पदों के लिए भारतीय नागरिक के अलावा नेपाल और भूटान के नागरिक भी योग्य हैं। इसके अलावा तिब्बत के केवल वही नागरिक इस पद के योग्य हैं जो तिब्बती शरणार्थी थे और भारत में स्थायी रूप से बसने के इरादे से 1 जनवरी, 1962 से पहले भारत आये थे।
शैक्षणिक मानदंड किसी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से स्नातक या इसके समकक्ष डिग्री।
परीक्षा में शामिल होने की अधिकतम सीमा 6 बार। 9 बार। असीमित बार।

UPSC परीक्षा की योजना:

इस प्रतियोगिता परीक्षा में दो क्रमिक चरण हैं।
      1. सिविल सेवा (प्रधान) परीक्षा के लिए उम्मीदवारों के चयन हेतु सिविल सेवा (प्रांरभिक) परीक्षा (वस्तुपरक/वस्तुनिष्ठ):
      2. विभिन्न सेवाओं तथा पदों पर भर्ती हेतु उम्मीदवारों का चयन करने के लिए सिविल सेवा (प्रधान/मुख्य) परीक्षा में लिखित परीक्षा तथा साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण होगा।
नोट:
  • • प्रारंभिक परीक्षा सामान्यतः मई माह के अंतिम सप्ताह या जून माह के प्रथम सप्ताह में आयोजित की जाती हैं।
  • • मुख्य परीक्षा/प्रधान परीक्षा सामान्यतः सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह या अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में आयोजित की जाती हैं।

प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam):

प्रारंभिक परीक्षा : इस परीक्षा में दो अनिवार्य प्रश्न पत्र वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) प्रकार के होंगे
प्रश्न-पत्र - I सामान्य अध्ययन परीक्षा अवधि 2 घंटे 200 अंक
प्रश्न-पत्र - II (अर्हक पेपर) सी सैट परीक्षा अवधि 2 घंटे 200 अंक (न्यूनतम अर्हक अंक 33%)
कुल अंक 400
टिपण्णी:
  • • प्रश्न-पत्र हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में तैयार किए जाएंगे।
  • • यद्यपि प्रत्येक प्रश्न-पत्र दो घंटे की अवधि का होगा। तथापि, दृष्टिहीन और चलने में असमर्थ और प्रमस्तिष्कीय पक्षाघात से पीडित उम्मीदवार जिनकी असमर्थता उनकी कार्य निष्पादन क्षमता (लेखन) (न्यूनतम 40% तक अक्षमता) को प्रभावित करती है, को सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा और सिविल सेवा (प्रधान) परीक्षा, दोनों में प्रति घंटा बीस मिनट का प्रतिकर (अधिक) समय दिया जाएगा।
  • • आयोग, सिविल सेवा (प्रधान/मुख्य) परीक्षा के लिए अर्हक उम्मीदवारों की एक सूची तैयार करेगा जिसका निर्धारण आयोग द्वारा सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र - II (CSAT) में 33% अंक तथा सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र - I के कुल अर्हक अंकों पर आधारित होगा।
  • • प्रश्न-पत्रों में, उम्मीदवार द्वारा दिए गए गलत उत्तरों के लिए दंड (ऋणात्मक अंकन - 0.33) के रूप में काटा जाएगा।
  • • प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार विकल्प होंगे।

UPSC परीक्षा में ध्यान रखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • • प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुपरक (बहुविकल्पीय प्रश्न) प्रकार के दो प्रश्न पत्र होंगे तथा दिए गए विषयों में अधिकतम 400 (प्रत्येक 200) अंक होंगे।
  • • यह परीक्षा केवल प्राक्चयन परीक्षण के रूप में होगी। सिविल सेवा (प्रधान) परीक्षा में प्रवेश हेतु अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार द्वारा सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों को उनके अंतिम योग्यता क्रम को निर्धारित करने के लिए नहीं गिना जाएगा।
  • • लिखित परीक्षा में दिए गए विषयों के परम्परागत निबंधात्मक शैली के 9 प्रश्न पत्र होंगे जिसमें से 2 प्रश्न पत्र अर्हक प्रकार के होंगे।
  • • सभी अनिवार्य प्रश्न पत्रों (प्रश्न पत्र 1 से प्रश्न VII तक प्राप्त अंकों) और व्यक्तित्व परीक्षण के लिए साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण में प्राप्त अंकों के आधार पर उनका योग्यताक्रम निर्धारित किया जाएगा।
  • • जो उम्मीदवार सिविल सेवा (प्रधान/मुख्य) परीक्षा के लिखित भाग में आयोग के विवेकानुसार यथानिर्धारित न्यूनतम अर्हक अंक प्राप्त करते हैं उन्हें व्यक्तित्व परीक्षण के लिए साक्षात्कार हेतु बुलाया जाएगा।
  • • साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या भरी जाने वाली रिक्तियों की संख्या से लगभग दुगनी होगी। साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण के लिए 275 अंक (कोई न्यूनतम अर्हक अंक नहीं) होंगे।
  • • इस प्रकार उम्मीदवारों द्वारा सिविल सेवा (प्रधान/मुख्य) परीक्षा (लिखित भाग तथा साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण) में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर अंतिम तौर पर उनके रैंक का निर्धारण किया जाएगा।
  • • उम्मीदवारों को विभिन्न सेवाओं का आबंटन परीक्षा में उनके रैंकों तथा विभिन्न सेवाओं और पदों के लिए उनके द्वारा दिए गए वरीयता क्रम को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।

प्रधान/मुख्य परीक्षा (Mains Exam):

दिए गए विषयों के परम्परागत निबंधात्मक शैली के 9 प्रश्न पत्र होंगे जिसमें से 2 प्रश्न पत्र अर्हक प्रकार के होंगे
अर्हक प्रश्न पत्र प्रश्न पत्र (क) संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित भाषाओं में से उम्मीदवारों द्वारा चुनी गई कोई एक भारतीय भाषा 300 अंक
अर्हक प्रश्न पत्र प्रश्न पत्र (ख) अंग्रेजी 300 अंक
प्रश्न पत्र - I निबंध 250 अंक
प्रश्न पत्र - II सामान्य अध्ययन - I भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल और समाज 250 अंक
प्रश्न पत्र - III सामान्य अध्ययन - II शासन व्यवस्था, संविधान, शासन-प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध 250 अंक
प्रश्न पत्र - IV सामान्य अध्ययन - III प्रौ‌द्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन 250 अंक
प्रश्न पत्र - V सामान्य अध्ययन - IV नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरूचि 250 अंक
प्रश्न पत्र - VI वैकल्पिक विषय प्रश्न-पत्र - 1 250 अंक
प्रश्न पत्र - VII वैकल्पिक विषय प्रश्न-पत्र - 2 250 अंक
उप योग (लिखित परीक्षा) 1750 अंक
व्यक्तित्व परीक्षण 275 अंक
कुल योग 2025 अंक